11-Jun-2024

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बीमारियों का घर हैं Non Stick Cookware... एक्सपर्ट बार-बार दे रहे बड़ी चेतावनी

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हर घर में महिलाओं को खाना पकाने के लिए कई प्रकार के बर्तन और तवे बहुत पसंद होते हैं। एल्यूमीनियम हांडी से लेकर शानदार सिरेमिक पैन तक, हमारे पास किचन में चुनने के लिए कई ऑप्शन होते हैं। लेकिन एक किस्म जो हर घर में अब मिलती है वो नॉन-स्टिक कुकवेयर सेट है। ये किफायती हैं, उपयोग में आसान हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये सामान्य से कम तेल की खपत करते हैं। लेकिन क्या इसका मतलब यह है कि नॉन-स्टिक कुकवेयर रोजमर्रा के उपयोग के लिए हेल्दी है? हालांकि, एक्सपर्ट इसके विपरीत बताते हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की एक हालिया रिपोर्ट में नॉन-स्टिक कुकवेयर के उपयोग के दुष्प्रभावों के प्रति आगाह किया गया है।

नॉन-स्टिक कुकवेयर बनाने के लिए किस मटेरियल का उपयोग किया जाता है? 
नॉन-स्टिक कुकवेयर को अन्य सामग्रियों की चिपकने की क्षमता को कम करने के लिए बनाया जाता है। इन बर्तनों में, आपको सतह पर एक नॉन-स्टिक कोटिंग मिलेगी, जो भोजन को तवे से चिपके बिना पका देती है। इसे आमतौर पर पॉलीटेट्राफ्लुओरोएथिलीन (पीटीएफई) से लेपित सतहों के रूप में जाना जाता है, जिसे टेफ्लॉन भी कहा जाता है। टेफ्लॉन पहली बार 1930 के दशक में बनाया गया था, कार्बन और फ्लोरीन परमाणुओं से बना एक सिंथेटिक केमिकल है। यह कुकवेयर की सतह पर एक गैर-प्रतिक्रियाशील, नॉनस्टिक और लगभग घर्षण रहित प्रभाव प्रदान करता है।
क्या नॉन-स्टिक कुकवेयर का उपयोग करना सुरक्षित है? 
कुकवेयर की सतह पर नॉन-स्टिक सामग्री वर्षों से जांच के दायरे में है। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह मुख्य रूप से टेफ्लॉन में एक केमिकल गुण के कारण होता है, जिसे पेरफ्लूरूक्टेनोइक एसिड (या पीएफओए) के रूप में जाना जाता है। इतना ही नहीं क्रोनिक किडनी रोग, लीवर रोग, बांझपन, जन्म के समय कम वजन और अन्य जोखिम कारकों के साथ पीएफओए का संबंध पाया गया है।
आईसीएमआर ने भारतीयों के लिए अपने 2024 के फूड दिशानिर्देशों में, हमारे रोजमर्रा के खाना पकाने में इसके अनुचित उपयोग से जुड़ी बढ़ती स्वास्थ्य चिंताओं के कारण नॉन-स्टिक कुकवेयर के उपयोग के खिलाफ एक चेतावनी नोट जारी किया है। नॉन-स्टिक पैन को अधिक गर्म करने (170 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान) से पकाए जा रहे भोजन में जहरीले धुएं और केमिकल का उत्सर्जन हो सकता है, जिससे श्वसन संबंधी जलन और फ्लू जैसे लक्षणों सहित विभिन्न स्वास्थ्य जोखिम पैदा हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं तो मिट्टी के बर्तन और कोटिंग-फ्री ग्रेनाइट बर्तनों का उपयोग करें।
साभार- एशियन न्‍यूूज
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