उत्तरप्रदेश, श्रावस्ती 17/05/2024। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उत्तरप्रदेश के श्रावस्ती लोकसभा की गैसडी विधानसभा के पचपेड़वा में भाजपा प्रत्याशी साकेत मिश्रा के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और समाजवादी विचारधारा के लोग कुछ लोगों को अपने वोटों का गुलाम बनाकर रखना चाहते हैं। इनकी मानसिकता ही ऐसी है। पहले अंग्रेजों ने यह काम किया था। अंग्रेजों ने ’फूट डालो शासन करो’ की नीति से देश के हिन्दू-मुसलमानों को हमेशा लड़ाया और अब यह काम कांग्रेस पार्टी भी कर रही है। कांग्रेस वह पूंछ है, जो सीधी नहीं हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा सरकारों ने हर वर्ग, हर क्षेत्र के लोगों को सम्मान दिया, लेकिन कांग्रेस और समाजवादी वर्ग विशेष को ही मानते हैं। मुस्लिम देशों में सबसे ज्यादा सम्मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हो रहा है।
भाजपा हर वर्ग को सम्मान देती है, लेकिन कांग्रेसी, समाजवादियों के पेट में दर्द होता है
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हर वर्ग और हर क्षेत्र के लोगों को सम्मान देती है। मुस्लिम वर्ग के लोग हमारे साथ हैं तो इसमें भी कांग्रेसियों और समाजवादियों के पेट में दर्द हो रहा है। भाजपा ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब को देश का राष्ट्रपति बनाया, लेकिन कांग्रेस ने यह काम कभी नहीं किया। कांग्रेस हमेशा से सिर्फ वोट बैंक की राजनीति ही करती रही है। मुस्लिम भाई-बहनों के कांग्रेस ने सिर्फ वोट लिए हैं, उनके विकास के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों के लक्षण समाहित है। जब अंग्रेजों ने भारत में राज किया तो उन्होंने हमेशा फूट डालो शासन करो की नीति अपनाई। इसके बाद जब अंग्रेज चले गए तो यह काम कांग्रेसियों ने भी शुरू कर दिया। कांग्रेस भी अंग्रेजों के सिद्धांतों पर चलते हुए फूट डालो शासन करो की नीति से सरकार चलाती रही। हमेशा से देश के अंदर हिन्दू-मुसलमानों के बीच में फूट डालकर शासन करती रही, लेकिन अब इस देश की जनता समझदार हो गई है और अब वह कांग्रेस की रग-रग को जानने लगी है।
एक ही परिवार के लोग प्रधानमंत्री बने, लेकिन दिल्ली से चुनाव नहीं लड़ सके
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में एक ही परिवार के लोग प्रधानमंत्री बने, लेकिन वे दिल्ली से चुनाव नहीं लड़ सके। उन्हें दिल्ली से चुनाव लड़ने में डर लगता है, इसलिए तो उत्तरप्रदेश और केरल जाना पड़ रहा है। इस बार राहुल गांधी फिर भागकर वापस यूपी आए हैं। देश में 70 वर्षों तक राज करने के बाद भी कांग्रेस ने कभी भी श्रीराम मंदिर निर्माण में रूचि नहीं दिखाई। इसके बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राममंदिर निर्माण की राह खुली तो उसमें भी अड़ंगे लगाए और जब श्रीराम मंदिर की आधारशिला का मुहूर्त आया तो उसमें भी कहने लगे कि अभी मुहूर्त नहीं है। श्रीराम मंदिर का निर्माण तो मुहूर्त में ही होगा, यह काम बिना मुहूर्त के नहीं हो सकता था। इन्होंने 35 साल पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए तीन तलाक के कानून को भी लागू करवाने में दिलचस्पी नहीं ली और बहुमत के आधार पर कानून को ही गलत करार दे दिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक के कानून को लागू करवाया। आज देश की मुस्लिम माताएं, बहनें खुशहाल जीवन जी रहीं हैं।