Publish Date:01-Apr-2024 22:42:53
भोपाल, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने एक बयान जारी कर कहा है कि देश में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक दलों को कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को लेकर अपना मत स्पष्ट करना चाहिए।
उन्हाेंने कहा कि देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं इन चुनाव में सभी राजनीतिक दल चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं हर राजनीतिक दल कई प्रकार के लाभ देने की घोषणाएं चुनाव से पूर्व कर चुके हैं या वर्तमान में सभा में अपनी बात कह रहे हैं, लेकिन प्रदेश ही नहीं पूरे देश के कर्मचारियों की मुख्य मांग पुरानी पेंशन बहाली को लेकर राजनीतिक दल चुप्पी साधे हुए हैं। जनवरी 2005 से सेवा में आने वाले कर्मचारियों को एनपीएस के तहत सेवानिवृत्ति पर पेंशन लाभ मिलेगा, वहीं 2005 से पूर्व के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के तहत लाभ मिलता है जो की उचित है। कर्मचारियों एवं उनके परिवार के हित में है।
पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारी संगठनों द्वारा अपनी बात रखी गई है, कुछ राज्यों में इसको लागू करने पहल भी हुई लेकिन चुनाव में इसको लेकर राजनीतिक दलों में खामोशी बनी हुई है। इससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन पूरे देश का मुद्दा है इस पर चुनाव में स्पष्ट घोषणा चुनाव लड़ने वाले दलों को करना चाहिए मध्य प्रदेश में एनपीएस में शामिल लगभग चार लाख कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर अपनी आवाज उठाते रहे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। राजधानी दिल्ली में भी एक बड़ा आंदोलन पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हो चुका है, लेकिन इस चुनाव में पुरानी पेंशन को लेकर खामोशी बनी हुई है।
मध्यप्रदेश कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव तिवारी ने कहा कि जिस प्रकार केंद्र हो या राज्य सरकार अन्य योजनाएं लागू कर रही हैं उसी प्रकार पुरानी पेंशन बहाली को शामिल करना चाहिए जिससे आने वाले समय में सेवानिवृत होने वाले कर्मचारी एवं उनके परिजन लाभान्वित होंगे।