04-Jul-2024

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इंडी गठबंधन के सनातन विरोधी एजेंडे का हिस्सा है राहुल गांधी का बयान

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कांग्रेस के हिडन एजेंडे से सतर्क रहें देश के लोग - प्रहलाद पटेल
भोपाल, प्रदेश सरकार के मंत्री प्रहलाद पटेल ने लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा दिए गए वक्तव्य की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं को हिंसक बताया जाना कांग्रेस और इंडी गठबंधन के सनातन विरोधी हिडन एजेंडे का ही हिस्सा है। ऐसा करके राहुल गांधी ने एक बार फिर सनातन को अपमानित करने का प्रयास किया है, जिसके विरोध में देश भर में गुस्सा है। राहुल गांधी के इस संदेश के जो संकेत देश में गए हैं, वो बेहद खतरनाक हैं।
राहुल गांधी का आचरण संसदीय परंपराओं, नियमों का अपमान
प्रदेश शासन के मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि राहुल गांधी ने सोमवार को राष्ट्रपति जी के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा के दौरान जिस तरह से संसदीय नियमों और परंपराओं का लगातार अपमान किया, उसे पूरे देश ने देखा है। लेकिन उन्होंने मर्यादा की सीमा का उल्लंघन तब किया, जब उन्होंने हमारी भारतीय संस्कृति को हिंसक बताने का अपराध किया। पटेल ने कहा कि लंबे संसदीय कार्यकाल के दौरान उन्होंने नियमों और परंपराओं की ऐसी अवहेलना कभी नहीं देखी। पटेल ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को यह चुनौती देता हूं कि सारी दुनिया में अगर अहिंसा, सद्भाव और वसुधैव कुटुंबकम को लेकर किसी का नाम लिया जाता है, तो वह सनातन संस्कृति ही है। हमने किसी के बच्चों को दीवार में चुनवाकर अपने धर्म के बारे में चर्चा नहीं की। हमने तलवार लेकर कभी धर्म का विस्तार करने के बारे में सोचा। राहुल गांधी हिंसा करने वाले इन लोगों के बारे टिप्पणी करके बताएं, तब उन्हें पता चलेगा।
राहुल गांधी ने बताया पांच सालों में क्या रहेगा उनका एजेंडा
मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष के रूप में पहले ही दिन लोकसभा में जो आचरण किया है, उससे उन्होंने यह बता दिया है कि अगले पांच सालों तक उनका एजेंडा क्या रहने वाला है। देश की जनता ने शायद कांग्रेस को इसलिए वोट दिया होगा कि देश में मजबूत विपक्ष रहना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने जनता के उस समर्थन को हिंदू विरोध का अभियान बना दिया है। प्रहलाद पटेल ने कहा कि कांग्रेस का एक हिडन एजेंडा हमेशा से रहा है, जो हमारी संस्कृति पर प्रहार करता रहा है, हमारी परंपराओं को अपमानित करता रहा है। इसलिए राहुल गांधी के इस व्यवहार पर कोई आश्चर्य नहीं है, बस खेद और दुख है और उसे हम एक चुनौती के रूप में लेते हैं। मैं देश की जनता को भी इस बात के लिए आगाह करना चाहता हूं कि कांग्रेस के छुपे हुए एजेंडे के बारे में उसकी भी समझ बढ़नी चाहिए और जो लोग संसदीय परंपराओं, नियमों से जुड़े हैं, उनसे यह आग्रह करूंगा कि इस घटना को हल्के में न लें। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर घटना है और राहुल गांधी के इस बयान से पूरे देश में जो संदेश गया है, वह बेहद खतरनाक है। एक ऐसा व्यक्ति जो नेता प्रतिपक्ष के पद पर है, उसके इस बेलगाम व्यवहार के प्रति हम सबको सचेत रहना होगा।
राहुल गांधी को न धर्म की समझ, न योजनाओं की जानकारी
प्रदेश शासन के मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि सोमवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में जो बयान दिया, वह दुर्भाग्यपूर्ण तो है ही, उससे एक बार फिर यह साबित हो गया है कि कांग्रेस के युवराज को न धर्म की समझ है और न ही योजनाओं की जानकारी। वे सिर्फ झूठ के माध्यम से संसद और देश की जनता को गुमराह करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी का नेता प्रतिपक्ष के रूप में पहला ही भाषण झूठ, निराशा और तथ्यहीन बातों से भरा हुआ था। इतना ही नहीं, उनका अपने भाषण के दौरान आचरण भी संसदीय गरिमा के अनुरूप बिलकुल भी नहीं था। लोकसभा में चर्चा राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हो रही थी, लेकिन राहुल गाँधी ने उस बावत एक शब्द भी नहीं बोला। इससे साबित होता है कि राहुल गांधी पहले से तय करके आए थे कि उन्हें तो बस सनातन धर्म, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर कीचड़ उछालना है, छवि खराब करने का प्रयास करना है। सदन में राहुल गाँधी ने केवल और केवल झूठ बोला और अपने आचरण से संसदीय गरिमा को तार-तार कर दिया।
बयानबाजी झूठी, आचरण आपत्तिजनक
मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि राहुल गाँधी ने अपने भाषण में न केवल हिंदुओं का घोर अपमान किया, हिंदुओं को हिंसक, नफरती और झूठा बताया, बल्कि अग्निवीर, किसान, अयोध्या, माइक-सभी मामलों पर झूठ और केवल झूठ बोला। हिंदुओं और सनातन को अपमानित करने तथा सदन में झूठी बयानबाजी करने के लिए राहुल गांधी को देश की जनता से तत्काल माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी छोटी समझ का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इस्लाम में भी अभय मुद्रा बता दी जबकि इस्लाम में कोई चित्र नहीं होता है, तो उन्हें अभय मुद्रा कहाँ से दिख गई?राहुल गाँधी को कोई इल्म हुआ है या ऊपर से कोई फजल हुआ है कि उन्हें अभय मुद्रा दिख गई? राहुल गांधी संसद में जिस तरह से भगवान शंकर के चित्र को दिखा रहे थे, वह बेहद आपत्तिजनक था। राहुल गांधी शिव जी की तस्वीर दिखा रहे थे और कह रहे थे कि हम हिंदू धर्म की शक्ति से लड़ेंगे, जबकि शिव और शक्ति एक ही हैं। पटेल ने कहा कि अपनी बयानबाजी के दौरान विभिन्न धर्मों के देवी-देवताओं का नाम लेने वाले राहुल गांधी को देश की जनता को यह बताना चाहिए कि उन्होंने लोकसभा में ईश्वर के नाम पर शपथ क्यों नहीं ली?  
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