राजकाज न्यूज, हरदा,
घोर प्रशासनिक लापरवाही के परिणामस्वरूप घटी हरदा की पटाखा फैक्ट्री हादसे को लेकर स्थानीय लोगों में असंतोष उभरा है। आज जब सीएम डॉ. मोहन यादव हरदा पहुंचे तो उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि सुरक्षा कर्मियों के हस्तक्षेप के कारण प्रभावितों को सीएम से मिलने नही दिया गया। गंभीर लापरवाही से घटी इस घटना में फिलहाल हरदा के पुलिस अधीक्षक को हटा दिया गया है। एसपी को पीएचक्यू अटैच किया गया है। उधर, विपक्ष ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी दो पूर्व मंत्रियों के साथ हरदा पहुंचे है और उन्होंने प्रभावितों से चर्चा करने के बाद राज्य सरकार सहित भाजपा नेताओं पर आरोप लगाये हैं।
मध्य प्रदेश के हरदा शहर में मंगलवार को एक पटाखा कारखाने में विस्फोट के बाद आग लग गई। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 200 अन्य लोग घायल हुए हैं। यह घटना भोपाल से लगभग 150 किलोमीटर दूर हरदा शहर के बाहरी इलाके मगरधा रोड पर बैरागढ़ में हुई। घटना के बाद पीड़ितों का गुस्सा प्रशासन पर उतर रहा है और यही वजह है कि उन्होंने घटनास्थल का जायजा लेने लेने पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले को रोक दिया। भोपाल में विधानसभा परिसर में पूर्व मुख्यमत्री कमलनाथ ने हरदा हादसे को शासन - प्रशासन की लापरवाही का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि इस मामले को कल विधानसभा में उठायेंगे। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने स्थानीय नेताओं के साथ घटनास्थल का मुआयना करने के बाद मीडिया से चर्चा में इसे घटना को बताया सरकार द्वारा प्रायोजित हत्या निरूपित किया। पटवारी ने राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में बारूद माफिया काम कर रहे हैं। पटवारी ने मांग की कि फ़ैक्ट्री मालिक के साथ- साथ अधिकारियों पर भी हत्या का मामला दर्ज हो। पटवारी ने मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ का मुआवजा एवं सरकारी नौकरी की मांग की है। पीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि घायलों को 10-10 लाख दिए जाए।
संकट की घड़ी में सरकार प्रभावितों के साथ, पूरी मदद दी जाएगी - मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिला अस्पताल हरदा पहुंचकर पटाखा दुर्घटना में हुए घायल व्यक्तियों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना। डॉ. यादव ने अस्पताल प्रबंधन को दुर्घटना में घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए। उन्होंने घायलों को आश्वस्त किया कि संकट की घड़ी में सरकार प्रभावितों के साथ है। पीड़ितों को हर संभव मदद दी जाएगी। घायल व्यक्तियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बताया कि हादसे में उनके घर पूरी तरह टूट गए हैं। मवेशी भी मारे गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हरदा कलेक्टर को क्षतिग्रस्त आवासों की लिस्टिंग कर पीड़ित परिवारों को आवास के लिये उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घायल मवेशियों का बेहतर उपचार किया जाएगा। मृत हुए मवेशियों का मुआवजा भी प्रभावित व्यक्तियों को उपलब्ध कराया जायेगा।
पूर्व मंत्री कमल पटेल, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जयदीप प्रसाद, संभागायुक्त नर्मदापुरम डॉ पवन कुमार शर्मा, आयुक्त स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सुदाम पी खाड़े, पुलिस महानिरीक्षक इरशाद वली, हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
गंभीर घायलों को 1-1 लाख रु. की दी मदद
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हादसे में गंभीर रूप से घायल 5 व्यक्तियों को गोविंद मूलचंद चंदेल, हेमंत दिनेश, असगर सज्जाद हुसैन, यूसुफ अख्तर और घनश्याम नर्मदा प्रसाद को 1-1 लाख रुपए राशि की आर्थिक सहायता का चेक वितरित किया। उन्होंने अन्य घायलों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी।
मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपये की मदद दी गई
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने मृतकों के परिजनों को ढांढस बधाया। उन्होने मृतकों के परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि इसके अतिरिक्त भी हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को हुई इस दुर्घटना में जिन 10 लोगों की मृत्यु हुई थी, उनमें बानो बी पिता सलीम खान, प्रियांशु पिता मुन्नालाल प्रजापति, मुबीन खान पिता सफुर खान, अनुज पिता शोभाराम कुचबंदिया, आबिद पिता रहमान खान, उषा पिता मुकेश चंदेल, मुकेश पिता तुलसीराम बेलदार, अयाज पिता सिराज खान, प्रमिलाबाई पिता सुनील चैहान तथा रहीम पिता रौशन खान शामिल है।
बेबस नजर आया पुलिस प्रशासन
मुख्यमंत्री का विरोध
घटना के पीड़ितों का गुस्सा इतना ज्यादा था कि पुलिस प्रशासन भी उनके सामने बेबस नजर आया। नाराज परिजनों ने हरदा-खंडवा हाइवे का चक्का जाम कर दिया जिससे कम से कम एक किलोमीटर लंबा जाम लग गया। सड़क पर उतरने वालों में न सिर्फ मारे गए या घायल हुए लोगों के परिजन हैं, बल्कि आम लोगों के साथ-साथ वे लोग भी शामिल हैं जिनके मकान या अन्य प्रॉपर्टी को विस्फोट की वजह से नुकसान पहुंचा है। इस बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
हरदा अस्पताल पहुंचे CM मोहन
सीएम यादव ने हरदा के अस्पताल में पहुंचकर घायलों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। यादव ने 'X' पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने घायलों के इलाज के बारे में डॉक्टरों से चर्चा भी की। उन्होंने लिखा, 'आज हरदा के शासकीय अस्पताल पहुँचकर घायलों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली तथा चिकित्सकों से उनके उपचार के संबंध में चर्चा की। घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था की गयी है। मैं बाबा महाकाल से सभी घायलों के शीघ्र पूर्णतः स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
भोपाल में भी घायलों से मिले थे CM
बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव घायल व्यक्तियों से मिलने के लिए मंगलवार को भोपाल के हमीदिया अस्पताल भी गए थे। यादव ने कहा था, ‘मैंने घायल व्यक्तियों से मुलाकात की है और सरकार उनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर रही है। इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई है और बचाव अभियान अभी भी जारी है।’ राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4-4 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की और कहा कि वह घायल व्यक्तियों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी।